[DOWNLOAD] "Mere Ram" by Krishnanand Ji Mahraj * eBook PDF Kindle ePub Free
eBook details
- Title: Mere Ram
- Author : Krishnanand Ji Mahraj
- Release Date : January 18, 2019
- Genre: Hinduism,Books,Religion & Spirituality,
- Pages : * pages
- Size : 2798 KB
Description
राम शब्द अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। जैसे रत्नों में कोहिनूर बेशकीमती है। पर्वतों में हिमालय, वृक्षों में पीपल, नदियों में गंगा, गायों में कामधेनु श्रेष्ठहै । उसी तरह शब्दों मैं राम शब्द श्रेष्ठतम् है । यह ढाई अक्षर का शब्द परम रहस्यपूर्ण, गुह्रा मंत्र बन गया है। र का उच्चारण करते ही मूलाधार चक्र पर जोर पड़ता है । जैसे किसी ऊर्जा ने मूलाधार चक्र से गति प्रारम्ठकर दी । अ अक्षर आते ही वह परम ऊर्जा जैसे मणिपुर चक्र पर आती हे । म अक्षर आते ही वह ऊर्जा आज्ञा चक्र पर आकर रुक जाती है । उच्चारण समाप्त होते ही मुंह स्वतः बंद हो जाता है । राम शब्द के बार-बार उच्चारण मात्र से साधक की सोयी हुई कुण्डलिनी (ऊर्जा) मूसलाधार चक्र से जाग्रत हो जाती है । सारे मलों को जलाकर à¤à¤¸्म कर देती है । तथा साधक के आज्ञाचक्र पर आकर विश्राम करने लगती है । वहीं गुरु पर्वत à¤ी है । गुरु के इशारे मात्र से वह ऊर्जा सहस्त्रार में प्रवेश कर समाधि को उपलब्ध हो जाती है ।